Post Office Schemes – किसान विकास पत्र (KVP) क्या है?

Post Office Schemes: किसान विकास पत्र (KVP) भारत सरकार की एक छोटी बचत योजना है। यह भारतीय डाकघरों द्वारा प्रदान की जाती है। यह एक निश्चित दर वाली निवेश योजना है, जिसका मतलब यह है कि आपको एक तय समय सीमा में अपने निवेश पर गारंटीड रिटर्न मिलता है।

वर्तमान में, किसान विकास पत्र (KVP) पर ब्याज दर 7.5% प्रति वर्ष है (जुलाई 2024 तक)।

Post Office Schemes KVP

Post Office Schemes – किसान विकास पत्र (KVP) की विशेषताएं

  1. आपको कम से कम ₹1,000 रुपए निवेश करना होगा।
  2. अधिक से अधिक निवेश करने की कोई सीमा नहीं; आप चाहे जितना निवेश कर सकते हैं।
  3. मैच्योरिटी पीरियड: 115 महीने (लगभग 9 साल और 7 महीने)
  4. ब्याज दर: 7.5% प्रति वर्ष (जुलाई 2024 तक)
  5. गारंटीकृत रिटर्न: आपका निवेश 115 महीनों में दोगुना हो जाएगा।
  6. टैक्स लाभ: आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत किसान विकास पत्र (KVP) में किए गए निवेश पर ₹1.5 लाख तक की टैक्स कटौती का लाभ मिलता है।
  7. नामांकन की सुविधा: आप किसी दूसरे व्यक्ति को नामांकित कर सकते हैं, ताकि मैच्योरिटी पर उन्हें राशि प्राप्त हो सके।
  8. ऋण सुविधा: आप मैच्योरिटी से 3 साल पहले किसान विकास पत्र (KVP) पर ऋण ले सकते हैं।

किसान विकास पत्र (KVP) कौन खरीद सकता है?

  • किसान विकास पत्र के लिए भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
  • 10 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चे अपने माता-पिता या अभिभावक की मदद से अकाउंट खोल सकते हैं।
  • ज्वॉइंड अकाउंट भी खोले जा सकते हैं।

किसान विकास पत्र (KVP) कैसे खरीदें?

किसान विकास पत्र (KVP) खरीदने के लिए आप अपने नजदीकी डाकघर में जा सकते हैं। इसके लिए आपका डाकघर में सेविंग अकाउंट होना अनिवार्य है। 

अगर आपका अकाउंट नहीं है तो आप किसान विकास पत्र खरीदते समय ही अकाउंट खुलवा सकते हैं। आपको किसान विकास पत्र फॉर्म भरना होगा और निवेश राशि जमा करनी होगी।

अहम जानकारी

  • समय-समय पर किसान विकास पत्र की ब्याज दरों में बदलाव हो सकता है।
  • मैच्योरिटी से पहले किसान विकास पत्र को encash कराना‌ मतलब पैसा वापस लेना लाभदायक नहीं है, क्योंकि आपको कम ब्याज मिलेगा।

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