The Secret Book Summary in Hindi पढ़ें और आकर्षण के नियम (Law of Attraction) की शक्ति को समझें। इस बुक समरी से अपनी सोच बदलें और जीवन में सक्सेस पाएं।
हैलो दोस्तों! क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी ज़िंदगी में जो कुछ भी हो रहा है, उसके पीछे क्या कारण है? कभी ऐसा लगा है कि कुछ लोग हर समय सफलता और खुशी को आकर्षित कर रहे हैं, जबकि कुछ हमेशा संघर्ष कर रहे होते हैं? क्या कोई ऐसा रहस्य है जो इन दोनों के बीच अंतर पैदा करता है? अगर हाँ, तो आज के इस पोस्ट में, हम बात करने वाले हैं मशहूर किताब “द सीक्रेट” की, जिसने लाखों लोगों की ज़िंदगी बदल दी है।

The Secret Book Summary in Hindi – Read Full Book Summary
यह किताब (The Secret) कोई साधारण किताब नहीं है, बल्कि एक ऐसा गाइड है जो आपको यह सिखाएगी कि आपकी सोच, आपके विचार ही आपकी वास्तविकता बनाते हैं। इस किताब में लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन यानी आकर्षण का नियम, “जो भी हम सोचते हैं, वही हमारी ज़िंदगी में होता है,” के बारे में विस्तार से बताया गया है।
अगर आप अपने विचारों और भावनाओं को सही दिशा में मोड़ना सीख लें, तो आप अपनी लाइफ़ में कुछ भी हासिल कर सकते हैं – पैसा, सफलता, अच्छा स्वास्थ्य, प्यार और खुशियाँ।
अब आप सोच रहे होंगे कि लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन सच में काम करता है या सिर्फ़ एक कल्पना है? क्या सिर्फ़ सोचने से हम अपने सपनों को हक़ीक़त बना सकते हैं? अगर यह इतना आसान होता, तो हर कोई अमीर और खुशहाल क्यों नहीं होता? इसी का जवाब हमें “द सीक्रेट” में मिलता है।
इस किताब में, हमें बताया गया है कि हम तीन आसान स्टेप्स से अपनी ज़िंदगी बदल सकते हैं: आस्क (मांगिए), बिलीव (विश्वास कीजिए) और रिसीव (प्राप्त कीजिए)। जब आप किसी चीज़ की सच्चे दिल से इच्छा करते हैं और यह मान लेते हैं कि वह आपको मिलने वाली है, तो पूरा ब्रह्मांड (यूनिवर्स) आपकी मदद करने लगता है। यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे जब आप किसी चीज़ को ख़रीदने की सोचते हैं, तो आपको हर जगह वही चीज़ दिखने लगती है।
तो, इस पोस्ट को अंत तक ज़रूर पढ़िए, क्योंकि हम आपको बताने वाले हैं कि “द सीक्रेट” की सबसे महत्त्वपूर्ण बातें कौन सी हैं और आप कैसे लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन को अपने फ़ेवर में इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप अपनी ज़िंदगी बदलना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए है।
चैप्टर 1: द सीक्रेट रिवील्ड – रहस्य का खुलासा
क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ लोगों की ज़िंदगी इतनी आसान और खुशहाल क्यों होती है, जबकि कुछ लोग हर समय संघर्ष में ही डूबे रहते हैं? क्यों कुछ लोग बिना ज़्यादा मेहनत किए सफलता, पैसा और प्यार हासिल कर लेते हैं, जबकि कुछ लोग पूरी ज़िंदगी कड़ी मेहनत करने के बावजूद कुछ ख़ास नहीं कर पाते? क्या कोई ऐसी शक्ति है जो हमारी ज़िंदगी को गहराई से प्रभावित करती है?
हाँ, यह शक्ति मौजूद है और इसे “द सीक्रेट” कहा जाता है। यह कोई साधारण रहस्य नहीं, बल्कि एक ऐसी शक्ति है जो सैकड़ों सालों से दुनिया के सबसे सफल और महान व्यक्तियों ने इस्तेमाल की है।
इतिहास के सबसे बुद्धिमान लोग इस सीक्रेट को जानते थे। महान वैज्ञानिक, कलाकार, विचारक और दार्शनिक सब ने इसका उपयोग किया, लेकिन आम इंसान इस शक्ति से अनजान ही रहा, क्योंकि इसे कभी खुलकर नहीं बताया गया। अब यह राज दुनिया के सामने आ चुका है और यह समझना बेहद ज़रूरी है कि हमारी ज़िंदगी के पीछे यही सबसे बड़ा नियम काम करता है।इस दुनिया का सबसे बड़ा नियम है लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन, आकर्षण का नियम।
यह कहता है कि हम जो सोचते हैं, वही हमारी ज़िंदगी में आकर्षित होता है। हम अपने विचारों से अपनी पूरी हक़ीक़त गढ़ते हैं। जो कुछ भी हमारे जीवन में हो रहा है, चाहे अच्छा हो या बुरा, वह हमारी अपनी सोच और भावनाओं का नतीजा है।
अगर हम अपनी ज़िंदगी को बदलना चाहते हैं, तो हमें सबसे पहले अपने विचारों को बदलना होगा। अब सोचिए, अगर आपकी सोच में हर वक़्त डर, चिंता और नकारात्मकता भरी होगी, तो आप क्या आकर्षित करेंगे?
ज़ाहिर है, और ज़्यादा समस्याएँ और मुश्किलें। लेकिन अगर आप खुशी, सफलता और समृद्धि के बारे में सोचें, तो आप अपने जीवन में उन्हीं चीज़ों को आकर्षित करेंगे। यह नियम हमेशा काम करता है, चाहे आप इसे मानें या न मानें, चाहे आप इसे समझें या न समझें।
यह एक यूनिवर्सल लॉ है, जैसे गुरुत्वाकर्षण (ग्रेविटी)।जब आप किसी चीज़ को अपने दिमाग़ में बार-बार सोचते हैं, तो आप उसे अपनी हक़ीक़त में बदलने लगते हैं। लेकिन यह सिर्फ़ सोचने तक सीमित नहीं है, हमारी भावनाएँ (इमोशंस) भी इसमें बड़ी भूमिका निभाती हैं।
जब हम किसी चीज़ को पाने की इच्छा रखते हैं और उस बारे में सकारात्मक महसूस करते हैं, तो हम उसे अपनी ओर आकर्षित करते हैं। लेकिन जब हम किसी चीज़ की कमी को महसूस करते हैं और उसके न होने पर दुखी होते हैं, तो हम उसी कमी को और ज़्यादा बढ़ाते हैं।
कई लोग यह कहते हैं कि “मेरी ज़िंदगी में हमेशा मुश्किलें ही आती हैं,” और सच में, उनकी ज़िंदगी में मुश्किलें ही आती रहती हैं। क्यों? क्योंकि वे लगातार उसी पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
उनका दिमाग़ बार-बार उन्हीं चीज़ों के बारे में सोचता है जिनसे वे बचना चाहते हैं और यही वजह है कि वे उन्हीं परिस्थितियों को और ज़्यादा आकर्षित कर लेते हैं।लेकिन जो लोग इस सीक्रेट को समझ चुके हैं, वे अपनी ज़िंदगी को अपने अनुसार बना लेते हैं।
वे जानते हैं कि उन्हें किस चीज़ पर ध्यान देना है और कैसे अपनी सोच को सही दिशा में ले जाना है। अगर वे अमीर बनना चाहते हैं, तो वे पैसों की कमी के बारे में नहीं सोचते, बल्कि वे समृद्धि (अबेस) के बारे में सोचते हैं।
अगर वे खुशहाल रिश्ते चाहते हैं, तो वे अकेलेपन और दर्द पर ध्यान नहीं देते, बल्कि प्यार और खुशी की भावनाओं को अपनाते हैं। आपने यह तो सुना ही होगा कि “जैसा बोओगे, वैसा काटोगे।” यही लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन का मूल सिद्धांत है। हमारे विचार और भावनाएँ बीज की तरह होते हैं।
अगर हम नकारात्मक विचारों के बीज बोएँगे, तो ज़िंदगी में नकारात्मकता ही उगेगी। लेकिन अगर हम सकारात्मकता के बीज बोएँगे, तो सफलता, प्यार और खुशहाली हमारे जीवन में आएगी।अब सवाल यह है कि इस सीक्रेट का इस्तेमाल कैसे किया जाए? सबसे पहला क़दम है अपने विचारों को जागरूक होकर चुनना।
हर वक़्त ध्यान दीजिए कि आप क्या सोच रहे हैं। क्या आप अपनी समस्याओं के बारे में सोच रहे हैं या उनके समाधान के बारे में? क्या आप अपनी इच्छाओं पर ध्यान दे रहे हैं या उनकी कमी पर? अगर आप अपनी ज़िंदगी में बदलाव लाना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपनी सोच को बदलना होगा, अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना होगा।
जब भी कोई नकारात्मक विचार आए, तो उसे तुरंत सकारात्मक विचार से बदल दीजिए। जब भी आपको लगे कि आप किसी चीज़ को पाने के क़ाबिल नहीं हैं, तो ख़ुद से कहिए, “मैं इस चीज़ को डिज़र्व करता हूँ और यह मेरे पास आ रही है।” यही इस अध्याय का सबसे बड़ा संदेश है: आपकी ज़िंदगी आपके विचारों का प्रतिबिंब है।
आप जो सोचेंगे, वही आपकी हक़ीक़त बनेगा। अगर आप इस सीक्रेट को समझ गए और इसे अपनी ज़िंदगी में लागू कर लिया, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं – सफलता, दौलत, प्यार, खुशी या फिर जो कुछ भी आप चाहें।
अब यह आपके हाथ में है, क्या आप अपनी सोच को बदलकर अपनी ज़िंदगी को बेहतर बनाना चाहते हैं या फिर वैसे ही जीते रहना चाहते हैं जैसे अब तक जीते आए हैं? चुनाव आपका है।
चैप्टर 2: हाउ टू यूज़ द सीक्रेट (How to Use The Secret) रहस्य का इस्तेमाल कैसे करें
क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ लोगों की ज़िंदगी इतनी आसान क्यों होती है? जैसे वे जो भी चाहते हैं, वह उन्हें मिल जाता है – सफलता, पैसा, प्यार, अच्छा स्वास्थ्य, खुशियाँ। और दूसरी तरफ़, कुछ लोग चाहे कितनी भी मेहनत कर लें, वे हमेशा संघर्ष में ही डूबे रहते हैं। क्या यह सिर्फ़ क़िस्मत का खेल है या इसके पीछे कोई गहरा रहस्य छिपा है?
अगर आप यह समझ जाएँ कि इस सीक्रेट का इस्तेमाल कैसे करना है, तो आप भी अपनी ज़िंदगी को अपनी इच्छाओं के अनुसार बदल सकते हैं। पिछले अध्याय में, आपने जाना कि लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन, आकर्षण का नियम, हर समय हर इंसान की ज़िंदगी में काम कर रहा है।
लेकिन यह सिर्फ़ जान लेने से कुछ नहीं होगा, इसे इस्तेमाल करना आना चाहिए। यह ठीक वैसे ही है जैसे कोई व्यक्ति यह जानता हो कि जिम जाकर बॉडी बना सकता है, लेकिन अगर वह एक्सरसाइज़ ही न करे, तो उसका शरीर वैसा ही रहेगा जैसा पहले था। “द सीक्रेट” सिर्फ़ जानने के लिए नहीं, बल्कि अपनी ज़िंदगी में लागू करने के लिए है।
इस सीक्रेट का इस्तेमाल करने का सबसे पहला क़दम है अपने मन की शक्ति को पहचानना। आपका दिमाग़ एक मैग्नेट की तरह काम करता है। यह जो भी सोचता है, वही आपकी ओर खींचता है।
अगर आप लगातार इस बारे में सोचेंगे कि आपके पास पैसे नहीं हैं, तो आप और ज़्यादा ग़रीबी को आकर्षित करेंगे। लेकिन अगर आप इस बारे में सोचेंगे कि आप अमीर बनने की प्रक्रिया में हैं, तो आप अपने जीवन में समृद्धि को आकर्षित करेंगे।
यह बस आपके विचारों की दिशा बदलने की बात है। जब आप किसी चीज़ की इच्छा रखते हैं, तो सबसे पहला क़दम है “आस्क” यानी माँगना। आपको यह स्पष्ट रूप से तय करना होगा कि आप क्या चाहते हैं। अक्सर लोग अपनी इच्छाओं को लेकर भ्रमित रहते हैं।
वे कभी कुछ चाहते हैं, तो कभी कुछ और। लेकिन जब आप अपनी इच्छा को पूरी तरह से स्पष्ट कर लेते हैं और पूरे विश्वास के साथ उसे माँगते हैं, तो ब्रह्मांड (यूनिवर्स) आपकी मदद करना शुरू कर देता है।
लेकिन सिर्फ़ माँगना ही काफ़ी नहीं है। अगला क़दम है “बिलीव” यानी विश्वास करना। जब आप किसी चीज़ की कामना करते हैं, तो आपको यह महसूस करना होगा कि वह चीज़ पहले ही आपकी हो चुकी है। आपको अपने अंदर यह यक़ीन पैदा करना होगा कि जो आप चाहते हैं, वह निश्चित रूप से आपको मिलेगा। लेकिन ज़्यादातर लोग यहाँ पर ग़लती कर देते हैं।
वे अपनी इच्छा रखते हैं, लेकिन उनके मन में शक बना रहता है, “क्या सच में ऐसा हो सकता है?” यही संदेह उनके सपनों को साकार होने से रोक देता है। अगर आपने यह ठान लिया कि आपको अपनी ज़िंदगी में कुछ बड़ा पाना है, तो आपको इसे अपने अंदर पूरी तरह महसूस करना होगा।
ऐसा महसूस कीजिए कि वह चीज़ पहले से ही आपकी ज़िंदगी में है। अगर आप अमीर बनना चाहते हैं, तो अमीर व्यक्ति की तरह सोचें। अगर आप प्यार भरा रिश्ता चाहते हैं, तो यह महसूस करें कि वह रिश्ता पहले से ही आपकी ज़िंदगी में है। जब आप इस भावना को अपने भीतर गहराई से महसूस करने लगते हैं, तो ब्रह्मांड इसे सच में बदलने लगता है।
तीसरा और सबसे महत्त्वपूर्ण क़दम है “रिसीव” यानी उसे पाने के लिए तैयार रहना। जब आप किसी चीज़ की कामना करते हैं और पूरी तरह विश्वास कर लेते हैं कि वह आपकी है, तो आपको उसे स्वीकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए। लेकिन कई बार लोग यह ग़लती करते हैं कि जब उनका सपना पूरा होने ही वाला होता है, तब वे डर जाते हैं।
वे सोचते हैं, “क्या मैं इसके क़ाबिल हूँ?” और यही डर उन्हें अपने सपने को हक़ीक़त बनने से रोक देता है। इसलिए, जब भी आप किसी चीज़ की कामना करें, तो पूरे विश्वास के साथ यह मान लें कि वह चीज़ पहले ही आपकी हो चुकी है।
ख़ुद को उसी खुशी में डुबो दें जो आपको तब महसूस होगी जब वह चीज़ आपकी ज़िंदगी में सच में आ जाएगी। जब आप इस खुशी को अपने अंदर महसूस करेंगे, तो आपका दिमाग़ और पूरा ब्रह्मांड मिलकर इसे हक़ीक़त में बदल देंगे।
इस पूरी प्रक्रिया को आप एक रेडियो स्टेशन की तरह समझ सकते हैं। अगर आप किसी ख़ास फ़्रीक्वेंसी (फ़्रीक्वेंसी) पर ट्यून नहीं करते, तो आपको वह चैनल नहीं सुनाई देगा।
ठीक इसी तरह, जब आप अपने विचारों और भावनाओं को सही फ़्रीक्वेंसी पर ट्यून कर देते हैं, तो आप उसी चीज़ को अपनी ओर आकर्षित करने लगते हैं। कुछ लोग यह सोचते हैं कि लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन का मतलब सिर्फ़ सोचने से ही सब कुछ मिल जाएगा, लेकिन यह पूरी सच्चाई नहीं है।
सही सोच और सही भावनाओं के साथ सही क़दम उठाना भी ज़रूरी है। जब आप अपने सपने को पाने की प्रक्रिया में पूरी तरह विश्वास के साथ शामिल होते हैं, तो आपको सही मौक़े और सही रास्ते ख़ुद-ब-ख़ुद दिखने लगते हैं। आपको बस उन्हें पहचानना है और सही समय पर सही क़दम उठाना है।
अब सोचिए, आपकी ज़िंदगी में क्या ऐसी चीज़ें हैं जो आप चाहते हैं? क्या आप ज़्यादा पैसा चाहते हैं? क्या आप सफलता चाहते हैं? क्या आप प्यार भरा रिश्ता चाहते हैं? जो भी हो, अब आपको इस सीक्रेट को सही तरह से इस्तेमाल करना आना चाहिए।
अपने विचारों को साफ़ करें, पूरे विश्वास के साथ उन्हें महसूस करें और इस यक़ीन के साथ आगे बढ़ें कि जो आप चाहते हैं, वह पहले ही आपकी ओर बढ़ रहा है। यह सीक्रेट अब आपके हाथ में है।
अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसे अपनाकर अपनी ज़िंदगी बदलते हैं या फिर वैसे ही जीते हैं जैसे अब तक जीते आए हैं। लेकिन याद रखें, आपकी सोच ही आपकी सच्चाई बनाती है। आप जो सोचेंगे, वही आपकी ज़िंदगी में होगा।
चैप्टर 3: पावरफुल प्रोसेसेस (Powerful Process) Of The Secret
क्या आपने कभी गौर किया है कि जब आप किसी चीज़ को पूरे दिल से चाहते हैं, तो अचानक से ब्रह्मांड उसे आपकी ओर खींचने लगता है? जैसे जब आप किसी नई कार के बारे में सोचते हैं, तो वही मॉडल आपको बार-बार सड़कों पर दिखने लगता है।
जब आप किसी नए अवसर की उम्मीद करते हैं, तो आपको सही समय पर सही लोगों से मिलने का मौक़ा मिल जाता है। यह कोई संयोग नहीं है, बल्कि लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन का जादू है। लेकिन सवाल यह है कि इसे अपनी ज़िंदगी में तेज़ी से और प्रभावी तरीक़े से कैसे लागू किया जाए?
इसके लिए कुछ पावरफुल प्रोसेसेस हैं जो आपके सपनों को वास्तविकता में बदल सकती हैं।यह ब्रह्मांड एक विशाल ऊर्जा का केंद्र है और हम सभी इस ऊर्जा के साथ जुड़े हुए हैं। हमारी सोच और भावनाएँ इस ऊर्जा के साथ संचार करती हैं और हम जो भी अपनी ओर आकर्षित करते हैं, वह हमारी इसी ऊर्जा के स्तर पर निर्भर करता है।
लेकिन इस ऊर्जा को सही दिशा में मोड़ने के लिए, हमें कुछ ख़ास प्रक्रियाओं का उपयोग करना होगा। जब हम इन प्रक्रियाओं को अपनाते हैं, तो हम अपनी इच्छाओं को और भी जल्दी अपनी ओर खींच सकते हैं।
इनमें से सबसे पहली और सबसे शक्तिशाली प्रक्रिया है “ग्रेटट्यूड” यानी आभार व्यक्त करना। जब हम अपने जीवन में पहले से मौजूद अच्छी चीज़ों के लिए आभार व्यक्त करते हैं, तो हम और अधिक सकारात्मक चीज़ों को आकर्षित करने लगते हैं।
यह ठीक वैसे ही है जैसे जब कोई व्यक्ति आपकी मदद करता है और आप उसका आभार प्रकट करते हैं, तो वह दोबारा आपकी मदद करने के लिए प्रेरित होता है।
इसी तरह, जब आप अपने जीवन में छोटी से छोटी चीज़ के लिए भी धन्यवाद देते हैं, जैसे सूरज की रोशनी, हवा, पानी, अपने परिवार, अपने दोस्तों, तो ब्रह्मांड आपको और ज़्यादा चीज़ें देने के लिए प्रेरित होता है।
लेकिन अगर आप हमेशा शिकायतों से घिरे रहते हैं और यह सोचते हैं कि आपके पास कुछ भी नहीं है, तो ब्रह्मांड आपकी सोच के अनुरूप ही आपको और ज़्यादा परेशानियों में डाल देता है। “विज़ुअलाइज़ेशन” यानी कल्पना करना, दूसरी सबसे शक्तिशाली प्रक्रिया है।
जब आप किसी चीज़ की इच्छा रखते हैं, तो केवल उसके बारे में सोचना पर्याप्त नहीं है। आपको उसे अपनी आँखों के सामने महसूस करना होगा, जैसे वह पहले से ही आपकी ज़िंदगी में मौजूद है। अगर आप एक नई कार चाहते हैं, तो अपनी आँखें बंद करके यह कल्पना करें कि आप उस कार को चला रहे हैं, उसकी सीट को छू रहे हैं, उसकी ख़ुशबू महसूस कर रहे हैं।
जब आप इस कल्पना को इतनी गहराई से महसूस करने लगते हैं कि यह वास्तविक लगने लगे, तो ब्रह्मांड इसे सच करने के लिए अपनी शक्तियों को सक्रिय कर देता है।लेकिन केवल कल्पना करने से ही कुछ नहीं होगा, आपको अपनी भावनाओं को भी उसी स्तर तक ले जाना होगा।
जब आप खुशी, उत्साह और विश्वास से भर जाते हैं, तो आपकी ऊर्जा ब्रह्मांड की ऊर्जा से मेल खाने लगती है और वह चीज़ आपकी ओर खींचने लगती है। यह वैज्ञानिक रूप से भी सिद्ध हो चुका है कि जब हमारा दिमाग़ किसी चीज़ को बार-बार गहराई से महसूस करता है, तो हमारा अवचेतन मन इसे सच मानने लगता है और हमें उसी दिशा में कार्य करने के संकेत देने लगता है।
“एफ़र्मेशंस” यानी सकारात्मक कथन भी एक अत्यधिक शक्तिशाली प्रक्रिया है। जब आप बार-बार किसी बात को दोहराते हैं, तो वह आपके अवचेतन मन में गहराई से बैठ जाती है और आपकी वास्तविकता का हिस्सा बन जाती है।
अगर आप अपने दिमाग़ को यह कहकर प्रशिक्षित करते हैं कि “मैं एक सफल व्यक्ति हूँ, मैं समृद्ध हूँ, मुझे अपने जीवन में हर चीज़ आसानी से प्राप्त हो रही है,” तो आपका अवचेतन मन इसे सच मान लेता है और आपको उसी दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।
लेकिन अगर आप हर समय ख़ुद से कहते रहेंगे कि “मेरी क़िस्मत ख़राब है, मैं कभी सफल नहीं हो सकता,” तो ब्रह्मांड आपकी सोच को और मज़बूत बना देगा। इसलिए, हमेशा अपने शब्दों और विचारों का ध्यान रखें, क्योंकि वे ही आपकी हक़ीक़त का निर्माण कर रहे हैं।
एक और बेहद प्रभावी प्रक्रिया है “लेटिंग गो” यानी छोड़ देना। कई बार, हम किसी चीज़ की इतनी ज़्यादा चिंता करने लगते हैं कि हमारे अंदर संदेह और डर पैदा हो जाता है। हम सोचते हैं कि “क्या सच में ऐसा होगा?” और यही डर हमें हमारी इच्छा से दूर कर देता है।
लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन तभी काम करता है जब आप पूरी तरह से भरोसा करते हैं और उस चीज़ को ब्रह्मांड के हाथ में छोड़ देते हैं। यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे जब आप किसी रेस्टोरेंट में खाना ऑर्डर करते हैं, तो आप बार-बार जाकर किचन में यह नहीं देखते कि खाना बन रहा है या नहीं।
आप बस आराम से बैठकर इंतज़ार करते हैं, क्योंकि आपको विश्वास होता है कि आपका ऑर्डर आपको ज़रूर मिलेगा। इसी तरह, जब आप किसी चीज़ की कामना करते हैं, तो बस इसे ब्रह्मांड के हाथ में छोड़ दें और यह यक़ीन करें कि वह चीज़ आपके पास आने वाली है।
इस अध्याय का सबसे महत्त्वपूर्ण संदेश यही है कि जब आप अपनी ऊर्जा को सही दिशा में केंद्रित करते हैं, तो ब्रह्मांड आपकी मदद करने लगता है।
आभार व्यक्त करें, अपनी इच्छाओं को पूरी तरह से महसूस करें, सकारात्मक कथन दोहराएँ और फिर ब्रह्मांड पर भरोसा करें। यही वे शक्तिशाली प्रक्रियाएँ हैं जो आपकी सोच को वास्तविकता में बदल सकती हैं।
चैप्टर 4: द सीक्रेट टू मनी, रिलेशनशिप्स एंड हेल्थ – The Secret to Money, Relationship & Health
क्या आपने कभी गौर किया है कि कुछ लोगों के पास हमेशा पैसा रहता है? वे अपनी ज़िंदगी खुलकर जीते हैं, शानदार घरों में रहते हैं, दुनिया घूमते हैं और हर चीज़ इतनी आसानी से उनकी ज़िंदगी में आती है जैसे ब्रह्मांड ख़ुद उनकी मदद कर रहा हो।
वहीं, कुछ लोग हमेशा पैसों की तंगी में रहते हैं। कड़ी मेहनत के बावजूद, उनकी आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं आता और उन्हें ऐसा लगता है कि पैसा उनके हाथ में आते ही फिसल जाता है।
क्या यह सिर्फ़ क़िस्मत का खेल है या फिर इसके पीछे कोई गहरा रहस्य छिपा है? यही सवाल रिश्तों और स्वास्थ्य पर भी लागू होता है। कुछ लोगों की ज़िंदगी प्यार और खुशियों से भरी होती है।
उन्हें सही लोग मिलते हैं, उनके रिश्ते मज़बूत होते हैं, जबकि कुछ लोग हमेशा ग़लत रिश्तों में फँसते हैं, अकेलेपन का सामना करते हैं और उन्हें ऐसा लगता है जैसे उनका प्यार पाने का सपना कभी पूरा नहीं होगा।
इसी तरह, कुछ लोग बिना किसी ख़ास कोशिश के भी सेहतमंद रहते हैं, एनर्जी से भरपूर होते हैं, जबकि कुछ लोग हमेशा बीमारियों से घिरे रहते हैं, चाहे वे कितनी भी कोशिश क्यों न कर लें। क्या यह सिर्फ़ संयोग है या फिर इन सब चीज़ों को पाने के पीछे कोई सीक्रेट काम करता है?
सच तो यह है कि पैसा, रिश्ते और स्वास्थ्य तीनों ही लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन के नियम से संचालित होते हैं। जब हम सही तरीक़े से सोचते हैं, महसूस करते हैं और अपनी ऊर्जा को सही दिशा में केंद्रित करते हैं, तो ब्रह्मांड हमें वह सब कुछ देने लगता है जिसकी हम सच्चे दिल से इच्छा रखते हैं।
सबसे पहले बात करते हैं पैसे के रहस्य की। क्या आपने कभी सोचा है कि आप पैसे के बारे में क्या सोचते हैं? अगर आप हर समय इस बात की चिंता करते हैं कि आपके पास पर्याप्त पैसा नहीं है, तो आप उसी आर्थिक तंगी को अपनी ज़िंदगी में और ज़्यादा आकर्षित कर रहे होते हैं।
जब हम पैसे की कमी के बारे में सोचते हैं, तो हम अपने अवचेतन मन को यह संदेश भेजते हैं कि हमारे पास कुछ भी नहीं है और ब्रह्मांड इस कमी को और मज़बूत कर देता है। लेकिन जब आप अपनी सोच को बदलते हैं और यह महसूस करते हैं कि पैसा आपकी ओर आ रहा है, कि ब्रह्मांड हमेशा आपको आर्थिक रूप से सपोर्ट कर रहा है, तो आप अपनी ज़िंदगी में अधिक धन को आकर्षित करने लगते हैं।
अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति को देखें जिसके पास बहुत सारा पैसा है, तो आप पाएँगे कि वह व्यक्ति पैसों को लेकर कभी चिंता नहीं करता। वह पैसे को अपनी ओर आसानी से आकर्षित करने की मानसिकता में जीता है।
उसके मन में पैसों को लेकर कोई नकारात्मकता नहीं होती और यही कारण है कि पैसा उसकी ज़िंदगी में बिना किसी रुकावट के आता रहता है। अगर आप भी अपनी आर्थिक स्थिति को बदलना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको पैसे के प्रति अपनी सोच को बदलना होगा।
पैसों के बारे में हमेशा सकारात्मक महसूस करें और यह विश्वास रखें कि पैसा हमेशा आपके पास आएगा, जितना भी आपको चाहिए।
अब बात करते हैं रिश्तों के रहस्य की। क्या आपने कभी महसूस किया है कि जब आप अकेलेपन, दुख और प्यार की कमी के बारे में सोचते हैं, तो आपकी ज़िंदगी में और ज़्यादा अकेलापन और ग़लत रिश्ते आते हैं? ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि ब्रह्मांड आपकी ऊर्जा को पढ़ता है और आपको वही चीज़ें लौटाता है जिन पर आप ध्यान केंद्रित करते हैं।
अगर आप अपने अंदर इस भावना को जगाते हैं कि आप प्यार के क़ाबिल हैं, कि आपको सही व्यक्ति मिलेगा, कि आपके रिश्ते मज़बूत और खुशहाल होंगे, तो ब्रह्मांड आपकी इस सोच को वास्तविकता में बदलना शुरू कर देगा।
रिश्तों में सबसे महत्त्वपूर्ण चीज़ यह है कि आप अपने आप को किस नज़रिए से देखते हैं। अगर आप ख़ुद को प्यार करने योग्य मानते हैं, तो दूसरे लोग भी आपको उसी नज़रिए से देखेंगे। लेकिन अगर आप अपने अंदर हीन भावना रखते हैं, तो आप बार-बार ऐसे लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे जो आपको कमतर समझेंगे।
इसलिए, अगर आप एक मज़बूत और ख़ूबसूरत रिश्ता चाहते हैं, तो सबसे पहले ख़ुद से प्यार करना सीखें। जब आप अपनी ख़ुद की वैल्यू समझने लगते हैं, तो आपके जीवन में सही लोग अपने आप आने लगते हैं।
अब सबसे महत्त्वपूर्ण विषय, स्वास्थ्य का रहस्य। क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप बीमार होते हैं और हर समय अपनी बीमारी के बारे में सोचते हैं, तो आप और ज़्यादा बीमार क्यों महसूस करने लगते हैं? इसकी वजह यह है कि आपकी सोच और आपकी भावनाएँ आपके शरीर पर सीधा असर डालती हैं।
अगर आप अपने दिमाग़ को यह संदेश भेजते हैं कि आप कमज़ोर हैं, तो आपका शरीर भी वैसा ही व्यवहार करने लगता है। लेकिन अगर आप अपने मन में यह विश्वास रखते हैं कि आप पूरी तरह स्वस्थ हैं, तो आपका शरीर इस विश्वास के अनुसार प्रतिक्रिया देना शुरू कर देता है।
दुनिया में कई ऐसे उदाहरण हैं जहाँ लोगों ने सिर्फ़ अपने विचारों और विश्वास के बल पर गंभीर बीमारियों को ठीक कर लिया। जब आप अपनी सेहत को लेकर सकारात्मक सोचते हैं और अपने शरीर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं, तो आप अपने अंदर एक शक्तिशाली ऊर्जा पैदा करते हैं जो आपके शरीर को ख़ुद को ठीक करने में मदद करती है।
इसके अलावा, जब आप खुश रहते हैं, उत्साह से भरे रहते हैं, तो आपके शरीर में ऐसे केमिकल्स रिलीज़ होते हैं जो आपकी इम्युनिटी को मज़बूत बनाते हैं और आपको बीमारियों से बचाते हैं।
अब सवाल यह है कि आप इस सीक्रेट को अपनी ज़िंदगी में कैसे लागू कर सकते हैं? इसका जवाब बहुत आसान है: अपनी सोच और भावनाओं को नियंत्रित करके। जब भी पैसे की कमी का विचार आए, तो उसे तुरंत इस सोच में बदल दें कि पैसा आपकी ओर आ रहा है। जब भी रिश्तों को लेकर कोई नकारात्मक भावना आए, तो ख़ुद से कहें कि आप प्यार और सम्मान के योग्य हैं।
जब भी आप अपनी सेहत को लेकर चिंतित हों, तो अपने शरीर को धन्यवाद दें और महसूस करें कि आप पूरी तरह स्वस्थ हैं। आपकी ज़िंदगी का हर पहलू, चाहे वह पैसा हो, रिश्ते हों या स्वास्थ्य, सिर्फ़ और सिर्फ़ आपकी सोच और भावनाओं पर निर्भर करता है।
ब्रह्मांड हमेशा आपकी ऊर्जा को पढ़ रहा है और आपको वही लौटा रहा है जो आप महसूस कर रहे हैं। अब यह आप पर है कि आप अपनी ऊर्जा को कैसे नियंत्रित करते हैं और अपनी ज़िंदगी को किस दिशा में ले जाते हैं। यह सीक्रेट अब आपके हाथ में है।
क्या आप इसे अपनाकर अपनी ज़िंदगी बदलने के लिए तैयार हैं? ब्रह्मांड आपकी हर इच्छा को पूरा करने के लिए तैयार है, बस आपको सही तरीक़े से माँगना और सही ऊर्जा भेजना आना चाहिए।
चैप्टर 5: द सीक्रेट टू यू – The Secret to You
क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी ज़िंदगी जैसी भी है, वह आख़िर क्यों है? क्यों कुछ लोगों की ज़िंदगी में सब कुछ अच्छा होता है, जबकि कुछ लोग हमेशा समस्याओं से घिरे रहते हैं? क्या यह सिर्फ़ भाग्य का खेल है या फिर इसमें कोई गहरा राज़ छिपा है? अगर आप अपनी ज़िंदगी को गहराई से देखें, तो आपको एहसास होगा कि आप ही अपने जीवन के निर्माता हैं।
आपका हर एक विचार, आपकी हर एक भावना और आपकी हर एक ऊर्जा इस बात को तय करती है कि आपकी ज़िंदगी किस दिशा में जाएगी। यह दुनिया आपके अंदर की दुनिया का ही प्रतिबिंब है। जो कुछ भी आप अपने भीतर महसूस करते हैं, वही आपकी बाहरी वास्तविकता बन जाता है।
अगर आप अपनी ज़िंदगी को बदलना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले यह समझना होगा कि यह शक्ति बाहर कहीं नहीं, बल्कि आपके भीतर ही मौजूद है। आपके पास एक ऐसी शक्ति है जिसे अगर आप समझ जाएँ और सही तरीक़े से इस्तेमाल करें, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
आप अपने जीवन की परिस्थितियों को बदल सकते हैं, अपने सपनों को हक़ीक़त बना सकते हैं और वह सब कुछ पा सकते हैं जो आपने हमेशा चाहा है। यह शक्ति आपकी सोच, आपकी भावनाएँ और आपके विश्वास हैं। जब आप इन तीनों चीज़ों को पूरी तरह से नियंत्रित करना सीख जाते हैं, तो आप अपनी हक़ीक़त ख़ुद गढ़ने लगते हैं।
आपका मन एक मैग्नेट की तरह काम करता है। आप जिस चीज़ के बारे में सबसे ज़्यादा सोचते हैं और जिसे सबसे ज़्यादा महसूस करते हैं, आप उसे अपनी ओर खींचने लगते हैं। अगर आप हमेशा चिंता, डर और असफलता के बारे में सोचते हैं, तो ब्रह्मांड आपकी इसी ऊर्जा का जवाब देता है और आपको और ज़्यादा ऐसी परिस्थितियों में डाल देता है।
लेकिन अगर आप अपने मन को इस तरह प्रशिक्षित करें कि वह सिर्फ़ अच्छे विचारों पर केंद्रित रहे, सफलता, खुशी, प्यार और समृद्धि, तो आप अपने जीवन में उन्हीं चीज़ों को आकर्षित करने लगेंगे।
सबसे बड़ा रहस्य यही है कि आप पहले से ही उस शक्ति के मालिक हैं जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते। लेकिन समस्या यह है कि ज़्यादातर लोग इसे पहचान ही नहीं पाते। वे अपनी ज़िंदगी की परिस्थितियों को दोष देते रहते हैं, अपनी तकलीफ़ों के लिए दूसरों को ज़िम्मेदार ठहराते हैं और यह मानकर चलते हैं कि उनके पास अपनी ज़िंदगी बदलने की कोई शक्ति नहीं है।
लेकिन यह सच नहीं है।अगर आप इस सीक्रेट को समझ गए, तो आप जान जाएँगे कि आप जो चाहें उसे पा सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको सबसे पहले अपने पुराने विश्वासों को छोड़ना होगा। वे विश्वास जो आपको यह सिखाते हैं कि सफलता सिर्फ़ क़िस्मत वालों को मिलती है, कि पैसा कमाना मुश्किल है, कि प्यार सिर्फ़ कुछ ख़ास लोगों को ही मिलता है।
यह सब सिर्फ़ मानसिक बाधाएँ हैं जिन्हें आपने ख़ुद ही स्वीकार कर लिया है। लेकिन जैसे ही आप इनसे मुक्त होते हैं, आप देखेंगे कि ब्रह्मांड आपके लिए अनगिनत अवसर खोलने लगता है। आपका शरीर, आपका मन और आपकी आत्मा एक शक्तिशाली ऊर्जा का केंद्र है।
जब आप अपने विचारों को सही दिशा में लगाते हैं, तो आपकी ऊर्जा ब्रह्मांड से जुड़ जाती है और वह सब कुछ आपकी ओर खींचने लगती है जिसकी आपको ज़रूरत है। इसलिए, अगर आप चाहते हैं कि आपकी ज़िंदगी पूरी तरह बदल जाए, तो सबसे पहले अपनी सोच को बदलें।
जब भी आपको लगे कि चीज़ें आपके पक्ष में नहीं जा रही हैं, तो ख़ुद से एक सवाल पूछें, “मैं अभी कौन से विचारों पर ध्यान दे रहा हूँ?” अगर वे विचार नकारात्मक हैं, तो उन्हें तुरंत बदल दें। जब भी आपको लगे कि किसी चीज़ को लेकर डरे हुए हैं, तो ख़ुद से कहें, “मैं इस डर से बड़ा हूँ, ब्रह्मांड हमेशा मेरी मदद कर रहा है।”
आपको ख़ुद को उस व्यक्ति के रूप में देखना होगा जो पहले से ही सफलता, प्यार और खुशियों से घिरा हुआ है। जब आप ख़ुद को एक विजेता की तरह देखना शुरू कर देते हैं, तो पूरी दुनिया भी आपको उसी नज़रिए से देखने लगती है।
इस अध्याय का सबसे बड़ा संदेश यही है कि रहस्य बाहर नहीं, बल्कि आपके भीतर ही है। आप ही वह शक्ति हैं जो अपनी ज़िंदगी को बदल सकते हैं। आप ही अपने भाग्य के निर्माता हैं। आपके पास वह सब कुछ हासिल करने की क्षमता है जिसकी आप कल्पना कर सकते हैं।
लेकिन इसके लिए सबसे पहले आपको ख़ुद पर विश्वास करना होगा। जब आप ख़ुद को पूरी तरह स्वीकार कर लेंगे और यह मान लेंगे कि “मैं इस दुनिया में कुछ भी कर सकता हूँ,” तब से ब्रह्मांड भी आपकी इसी सोच को हक़ीक़त में बदलना शुरू कर देगा।
अब यह आप पर है कि आप अपनी शक्ति को पहचानते हैं या फिर दूसरों की तरह अपनी परिस्थितियों को दोष देते रहते हैं। चुनाव आपका है। क्या आप अपनी ज़िंदगी की कमान ख़ुद सँभालेंगे या फिर हालात के बहाव में बहते रहेंगे?
अब तक आपने जाना कि “द सीक्रेट (The Secret)” कोई साधारण किताब नहीं, बल्कि एक ऐसा रहस्य है जो अगर सही तरीक़े से समझ लिया जाए, तो आपकी पूरी ज़िंदगी बदल सकता है।
आपने सीखा कि लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन हमेशा आपके जीवन में काम कर रहा है, चाहे आप इसे मानें या न मानें। आपने यह भी जाना कि आपके विचार, भावनाएँ और विश्वास ही आपकी वास्तविकता का निर्माण करते हैं।
इस किताब का सबसे बड़ा संदेश यही है कि आप अपने जीवन के रचनाकार हैं। आप जैसा सोचते हैं, वैसा ही आपकी ज़िंदगी में घटित होता है। अगर आप सफलता, पैसा, प्यार और खुशियाँ चाहते हैं, तो आपको अपनी सोच को उसी दिशा में ले जाना होगा।
आप जो ऊर्जा ब्रह्मांड में भेजते हैं, वही ऊर्जा आपको लौटाई जाती है। इसलिए, अगर आप अपनी ज़िंदगी में बदलाव चाहते हैं, तो अपनी सोच और भावनाओं को नियंत्रित करना सीखें।
अब सवाल यह है कि क्या आप इस सीक्रेट को सिर्फ़ एक ज्ञान की तरह लेंगे या इसे अपनी ज़िंदगी में अपनाकर अपनी क़िस्मत ख़ुद लिखेंगे? क्योंकि याद रखिए, ब्रह्मांड हर वक़्त आपकी ऊर्जा को पढ़ रहा है और आपको वही लौटा रहा है जो आप सोचते और महसूस करते हैं।
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याद रखिए, आपकी ज़िंदगी आपके ही हाथ में है। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप इस सीक्रेट को अपनाकर अपनी ज़िंदगी को नई ऊँचाइयों तक ले जाते हैं या नहीं। मिलते हैं अगली वीडियो में, तब तक के लिए अपने सपनों को जिएँ, सकारात्मक सोचें और ब्रह्मांड पर विश्वास रखें। धन्यवाद! रिच डैड, पूअर डैड पीडीएफ
क्या ‘The Secret’ किताब सच में काम करती है?
हाँ, अगर आप इसके सिद्धांतों को सही तरीके से अपनाते हैं, तो यह जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।
‘The Secret’ का हिंदी अनुवाद उपलब्ध है?
हाँ, ‘द सीक्रेट’ का हिंदी संस्करण भी उपलब्ध है, जिसे आप Amazon या Flipkart से खरीद सकते हैं।
क्या ‘The Secret’ केवल पैसे और सफलता के बारे में है?
नहीं, यह सुख-शांति, स्वास्थ्य, रिश्तों और खुशी को भी बढ़ाने में मदद करती है।